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केरल के छोटे गांव से आईपीएल के सबसे सफल कप्तान तक - संजू सैमसन की राजस्थान रॉयल्स के साथ भावनात्मक यात्रा और भविष्य की अनिश्चितता।

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संजू सैमसन: राजस्थान रॉयल्स के साथ 12 साल का भावनात्मक सफर, अब छोड़ने की अटकलें

संजू सैमसन: राजस्थान रॉयल्स के साथ 12 साल का सफर और अब छोड़ने की चर्चा
संजू सैमसन: राजस्थान रॉयल्स के साथ 12 साल का सफर और अब छोड़ने की चर्चा

 

केरल के एक छोटे से गांव से निकलकर भारतीय प्रीमियर लीग (आईपीएल) के सबसे सफल कप्तानों में से एक बनने तक - संजू सैमसन की यात्रा प्रेरणादायक रही है। राजस्थान रॉयल्स के साथ उनका 12 साल का रिश्ता अब एक मुकाम पर पहुंचा है जहां अलगाव की चर्चाएं तेज हो गई हैं। हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार, सैमसन ने फ्रेंचाइजी से आईपीएल 2026 से पहले रिलीज करने की औपचारिक मांग की है।

एक छोटे गांव से आईपीएल तक का सफर

प्रारंभिक संघर्ष और दृढ़ संकल्प

विझिंजम के एक पुलिस कॉलोनी में पले-बढ़े संजू का क्रिकेट के साथ रिश्ता बचपन से ही गहरा था। उनके पिता समसन विश्वनाथ, जो दिल्ली पुलिस में एक कांस्टेबल थे और फुटबॉल भी खेलते थे, ने अपने बेटे के सपनों को साकार करने के लिए नौकरी तक छोड़ दी।

जब संजू महज 14 साल का था, तो उसने 2008 में ब्रेंडन मैकुलम की पारी देखकर आईपीएल खेलने का सपना देखा था,” उनके शुरुआती कोच बिजू जॉर्ज बताते हैं।बारिश हो या धूप, संजू हमेशा नेट्स पर मौजूद रहता था। यहां तक कि भारी बारिश में भी वह 25 किलोमीटर की दूरी तय करके प्रैक्टिस के लिए आता था।

राजस्थान रॉयल्स के साथ पहली मुलाकात

2013 में महज 18 साल की उम्र में राजस्थान रॉयल्स में शामिल होने वाले संजू सैमसन ने तुरंत अपनी छाप छोड़ी। अपने पहले सीजन में ही उन्होंने इमर्जिंग प्लेयर का पुरस्कार जीता और 206 रन बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।

राजस्थान रॉयल्स के साथ गहरा रिश्ता

भावनात्मक जुड़ाव

हाल ही में रवींद्र अश्विन के यूट्यूब चैनल पर दिए गए इंटरव्यू में संजू ने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया: “आरआर ने मेरे लिए दुनिया का मतलब रखा है। केरल के एक छोटे गांव से आया एक बच्चा, जो अपनी प्रतिभा दिखाना चाहता था। राहुल सर (द्रविड़) और मनोज बडाले सर ने मुझे एक मंच दिया जहां मैं दुनिया को दिखा सका कि मैं किस मिट्टी का बना हूं।

उन्होंने आगे कहा, “उस समय उन्होंने मुझ पर भरोसा किया था। आरआर के साथ यात्रा वास्तव में शानदार रही है, और मैं इस तरह की फ्रेंचाइजी में होने के लिए बहुत आभारी हूं।

कप्तानी में मिली सफलता

शेन वार्न के रिकॉर्ड को तोड़ना

2021 में कप्तान बनने के बाद से संजू ने राजस्थान रॉयल्स के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा है। 2025 में उन्होंने महान शेन वार्न के रिकॉर्ड को तोड़कर फ्रेंचाइजी के सबसे सफल कप्तान बनने का गौरव हासिल किया। 67 मैचों में 33 जीत के साथ उन्होंने वार्न के 56 मैचों में 31 जीत के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।

2022 का यादगार सफर

संजू की कप्तानी में सबसे यादगार पल 2022 में आया जब उन्होंने राजस्थान रॉयल्स को 2008 के बाद पहली बार फाइनल तक पहुंचाया। हालांकि गुजरात टाइटन्स से हार के बाद खिताब हाथ नहीं लगा, लेकिन यह सैमसन के नेतृत्व की एक मिसाल थी।

नेतृत्व की अनूठी शैली

खिलाड़ियों को प्रेरित करना

राजस्थान रॉयल्स के फास्ट बॉलिंग कोच शेन बॉन्ड ने संजू की नेतृत्व शैली की प्रशंसा करते हुए कहा: “संजू के नेतृत्व में जो बात सबसे अच्छी है, वह यह है कि वह खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भरता है। वह हर किसी के अलग तरीकों को स्वीकार करता है और उन्हें समर्थन देता है।

रियान पराग, जिन्होंने संजू की अनुपस्थिति में कप्तानी की, ने कहा: “वह बहुत सालों से एक लीडर हैं। जब वह कप्तान नहीं थे, तब भी वह एक नेता की तरह व्यवहार करते थे। उनका वापस आना हमारे लिए बहुत बड़ा फायदा है।

2025 सीजन की चुनौतियां

चोट और प्रदर्शन

आईपीएल 2025 संजू के लिए चुनौतीपूर्ण रहा। साइड स्ट्रेन की चोट के कारण वह केवल 9 मैच खेल सके, जबकि रियान पराग ने स्टैंड-इन कप्तान की भूमिका निभाई। टीम पॉइंट्स टेबल में 9वें स्थान पर रही और केवल 4 मैच जीत सकी।

नई रणनीति और युवा खिलाड़ी

फ्रेंचाइजी की नई रणनीति में यशस्वी जायसवाल और 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी जैसे युवा खिलाड़ियों पर फोकस किया गया। इस बदलाव को कुछ विशेषज्ञ संजू के जाने की इच्छा का कारण मान रहे हैं।

ट्रांसफर की अटकलें

चेन्नई सुपर किंग्स से जुड़ी चर्चा

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) संजू सैमसन को अपनी टीम में शामिल करने में दिलचस्पी दिखा रही है। एमएस धोनी के बाद टीम के लिए एक नए नेता की तलाश में सीएसके की नजर संजू पर है।

पूर्व भारतीय खिलाड़ी कृष्णमाचारी श्रीकांत का मानना है: “संजू धोनी के लिए सही रिप्लेसमेंट हो सकते हैं। वह चेन्नई में काफी लोकप्रिय हैं और उनकी ब्रांड इमेज भी अच्छी है।

राजस्थान की दुविधा

क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि राजस्थान रॉयल्स के लिए संजू को छोड़ना एक बड़ी गलती होगी। श्रीकांत कहते हैं: “फ्रेंचाइजी के नजरिए से देखें तो उन्होंने संजू पर 18 करोड़ रुपए खर्च किए हैं और उनके इर्द-गिर्द टीम बनाई है। अचानक से अगर आप उन्हें रिलीज कर देते हैं, तो टीम बैलेंस का क्या होगा?”

भविष्य की अनिश्चितता

राहुल द्रविड़ से रिश्ते की चर्चा

कुछ रिपोर्ट्स में संजू और हेड कोच राहुल द्रविड़ के बीच मतभेदों की बात कही गई है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। द्रविड़ के साथ संजू का पुराना रिश्ता है - वही द्रविड़ जिन्होंने 2013 में संजू को पहला मौका दिया था।

आईपीएल 2026 का इंतजार

आईपीएल 2026 की मिनी ऑक्शन से पहले राजस्थान रॉयल्स को अपने सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी के भविष्य पर फैसला लेना होगा। फ्रेंचाइजी के मालिक मनोज बडाले और द्रविड़ के साथ अंतिम निर्णय की प्रक्रिया जारी है।

निष्कर्ष

संजू सैमसन की राजस्थान रॉयल्स के साथ यात्रा केवल क्रिकेट के आंकड़ों की कहानी नहीं है, बल्कि भावनाओं, वफादारी और सपनों की कहानी है। एक छोटे गांव के लड़के से लेकर आईपीएल के सबसे सफल कप्तान तक का यह सफर प्रेरणादायक है। चाहे वह राजस्थान के साथ रहें या कोई नया अध्याय शुरू करें, संजू सैमसन की विरासत हमेशा याद रखी जाएगी।

भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए यह महत्वपूर्ण है कि ऐसी प्रतिभाओं को सही मंच मिले। संजू का जो भी निर्णय हो, उनकी सफलता की कहानी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।